बुधवार, 15 अप्रैल 2020

उत्तर बिहार में बारिश व ओलावृष्टि से भारी बर्बादी.......

कोरोना संकट व लॉकडाउन के बीच किसानों पर एक बार फिर कुदरत का कहर टूटा। उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों में मंगलवार की आधी रात व बुधवार की अहले सुबह बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। तेज आंधी-पानी से तैयार हो चुकी गेहूं की फसलों को रौंद डाला। इस विपदा के चलते किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं।
मजदूर नहीं मिलने के कारण उत्तर बिहार में 70 फीसद गेहूं की फसल खेतों में लगी हुई है। वहीं, सैकड़ों किसानों ने गेहूं की कटनी कर खेत में ही छोड़ दिया था। इस बारिश के चलते फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान का अनुमान है। आम व लीची के टिकोला को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं, ओलावृष्टि के साथ ठनका गिरने से बेतिया में एक व्यक्ति झुलस गया।

मुजफ्फरपुर के सकरा व मुरौल प्रखंड में तेज आंधी से कुछ घरों के छप्पर उड़ गए।
उत्तर बिहार में दो महीने में चौथी बार गरज के साथ बारिश व ओलावृष्टि से किसानों को रबी फसल में भारी नुकसान उठाना पड़ा है। सांख्यिकी विभाग के अनुसार, मुजफ्फरपुर में 12.1 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। सबसे अधिक 33 एमएम बारिश मुरौल में हुई है, जबकि मोतीपुर में सबसे कम दो एमएम बारिश रिकार्ड की गई।
फसल क्षति के आकलन का निर्देश
जिला कृषि अधिकारी डॉ. केके वर्मा ने बारिश व ओलावृष्टि से फसल को पहुंचे नुकसान के आकलन करने का निर्देश प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को दिया है। प्रखंडों से रिपोर्ट आने के बाद क्षति की रिपोर्ट तैयार होगी।
24 घंटे बने हैं बारिश के आसार
अगले 24 घंटे उत्तर बिहार के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। मिथिलांचल में बारिश होने के अधिक आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार दरभंगा, मधुबनी व सीतामढ़ी में बारिश हो सकती है।
For Hindustan : हिन्दुस्तान ई-समाचार पत्र के लिए क्लिक करें epaper.livehindustan.com

Poddar News Report
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Poddar News Publisher: Live Hindustan

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें