PATNA : कोरोना संक्रमण को रोकनी के लिए पीएम मोदी की ओर से देश भर में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की गई है. 25 मार्च से शुरू हुई लॉक डाउन के पहले चरण की 21 दिनों की अवधि अब समाप्त हो गई है. मंगलवार को एक बार फिर से देशवासियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने लॉक डाउन के दूसरे चरण का एलान कर दिया है. भारत में 3 मई तक लॉक डाउन की घोषणा की गई है.
बिहार समेत हिंदुस्तान के तमाम राज्यों में काफी सख्ती के साथ लॉक डाउन को लागू किया गया है. 14 अप्रैल को जब लॉक डाउन की अवधि समाप्त हो रही थी, तो लोगों ने तमाम क्षेत्रों में छूट मिलने की मांग रखी, जहां कोरोना के संक्रमण नहीं पाए गए हैं.
पीएम मोदी ने मंगलवार को अपने संबोधन में कहा था कि कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए एक सप्ताह के लिए देश के कोने-कोने में पूरी सख्ती के साथ लॉक डाउन को लागू करना है. राज्य सरकारें केंद्र का पूरा साथ दे रही हैं. ऐसे में उन्होंने यह भी कहा था कि 21 अप्रैल से कुछ खास इलाकों में छूट दी जा सकती है, जहां कोरोना का ख़तरा बिलकुल भी नहीं है. बिहार में ऐसे 27 जिले हैं. जहां एक भी मामला सामने नहीं आया है.
बिहार में सीवान, पटना, गया, मुंगेर, बेगूसराय, गोपालगंज, नालंदा, भागलपुर, सारण, लखीसराय और नवादा में मामले सामने आये हैं. जबकि बिहार के 27 जिले अभी भी कह सकते हैं कि ग्रीन एरिया की लिस्ट में शामिल हैं. क्योंकि यहां फिलहाल कोरोना का संक्रमण नहीं फैला है. अगर कुछ इलाकों में छूट दी जाती है तो वहां के लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी. लॉक डाउन की अपेक्षा वहां के लोगों के सामान्य स्थितियों में परिवर्तन आएंगे.
किन-किन जिलों में मिल सकती है छूट -
आरा (भोजपुर)
बक्सर
कैमूर
रोहतास
औरंगाबाद
अरवल
जहानाबाद
शेखपुरा
जमुई
बांका
पूर्वी चंपारण (मोतिहारी)
पश्चिमी चंपारण (बेतिया)
शिवहर
सीतामढ़ी
मधुबनी
सुपौल
अररिया
किशनगंज
पूर्णिया
मधेपुरा
कटिहार
सहरसा
खगड़िया
दरभंगा
समस्तीपुर
मुजफ्फरपुर
वैशाली (हाजीपुर)
आरा (भोजपुर)
बक्सर
कैमूर
रोहतास
औरंगाबाद
अरवल
जहानाबाद
शेखपुरा
जमुई
बांका
पूर्वी चंपारण (मोतिहारी)
पश्चिमी चंपारण (बेतिया)
शिवहर
सीतामढ़ी
मधुबनी
सुपौल
अररिया
किशनगंज
पूर्णिया
मधेपुरा
कटिहार
सहरसा
खगड़िया
दरभंगा
समस्तीपुर
मुजफ्फरपुर
वैशाली (हाजीपुर)
लॉकडाउन में 21 अप्रैल से छूट को लेकर सरकार की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है. हालांकि यह कयास लगाए जा रहे हैं कि अब तक ग्रीन जोन वाले इन इलाकों में लोगों को राहत दी जाएगी. प्रधानमंत्री की ओर से यह बात भी कही गई थी कि अगर हालात नियंत्रण में नहीं रहे तो सरकार अपना फैसला वापस भी ले सकती है. वहीं बिहार की बात करें तो अभी भी कुछ ऐसे जिले हैं, जहां एक भी केस एक्टिव नहीं है. जिसमें पटना, भागलपुर, लखीसराय और सारण शामिल हैं. इन जिलों से मरीज मिले थे, हालांकि सभी लोग ठीक होकर अपने घर चले गए हैं.
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by PoddarNews. Publisher: First Bihar Hindi
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें